जीनत ने बेटी की सुसराल वालो पर लगाया हत्या का आरोप,न्याय की लगाई गुहार
लोनी- उत्तर प्रदेश लोनी के जनता मजदूर कॉलोनी की रहने वाली मृतिका की माँ जीनत का कहना है मेरी बेटी जेबा का विवाह यूपी बॉर्डर लोनी के रहने वाले शारिक से हुआ था,वर्ष 2017 में मेरी बेटी जेबा को शारिक ने अपने प्रेम जाल में फांस लिया था और जबरदस्ती विवाह करने के लिए दवाव बना रहा था जिसका मेरी बेटी ने विरोध किया लेकिन शारिक ने अपनी और जेबा के साथ की कुछ तस्वीरे फेसबुक पर वायरल कर दी जिससे मेरे रिश्तेदारों तक ये तस्वीरे पहुंच गई जिसकी शिकायत मेरी बेटी जेबा ने थाना सीलमपुर में की थी।
लोनी के रहने वाले शारिक ने मेरी बेटी जेबा को शारीरिक वे मानसिक रूप से बहुत प्रताड़ित किया और जान से मारने की धमकी भी दी थी,जिससे मेरी बेटी जेबा तंग आकर हम सब घरवालो के खिलाफ होकर शारिक से 2018 में निकाह कर अपने ससुराल यूपी बॉर्डर लोनी सकीना मस्जिद के पास की सुसराल में ही रहने लगी,वर्ष 2019 में जब जेबा के पिता का इंतेकाल हुआ तब शारिक और जेबा का आना जाना शुरू हो गया,कुछ समय गुजर जाने के बाद शारिक ने अपनी साली की शादी अपने छोटे भाई से करने का दवाब बनाया।
जिससे जेबा के घर वालो ने साफ इंकार कर दिया,जिससे शारिक व उसके परिजनों को बहुत गुस्सा आया और उसने मेरी बेटी जेबा के साथ मारपीट की और उसको मायके में आना जाना बंद कर दिया,जब जेबा ने अपने परिजनों से फोन पर छिपकर बात की तब शारिक के भाई उसे बात करते देख उसको बहुत मारा पीटा और उसको बात करने आने जाने पर भी रोक लगा दी,तभी हमने जेबा को कीपैड का फोन छुपा कर दे दिया जिससे हमें उसकी खैरियत मिलती रहे लेकिन जब जेबा कभी अपने परिजनों से बात करती थी।
तब वे बताती थी शादी से इंकार होने पर रोज उसके ससुराल वाले उसे ताने करते और गली गलौज करते और कभी कभी मरते पीटते थे साथ ही दहेज के लिए कहासुनी करते थे,लेकिन जेबा ने कभी किसी से नहीं कहा और ना ही किसी थाने में शिकायत दर्ज करवाई,वही मायके वालों से भी मना कर दिया,समय बीतता गया और जेबा ने सोचा के अब वे लोग उस पर अत्याचार बंद कर देंगे बेटी जेबा के तीन बच्चे होने के बाद भी उनका अत्याचार बंद नहीं हुआ, जेबा की माँ का आरोप है कि ससुराल वालों ने ही मिलकर जेबा की हत्या की है।
शुक्रवार की देर रात में जेबा के पति शारिक और उसके परिजनो ने मिलकर इस हत्या की साज़िश को मुकम्मल अंजाम दिया है,शुक्रवार की देर रात करीब एक बजे जब शारिक ने जेबा के भाई समीर को फोन किया तो जेबा के भाई ने फोन उठा कर बोला क्या बात है सब खैरियत है तो शारिक काफी डरा और सहमा हुआ था तभी शारिक ने कहा कुछ नहीं और फोन काट दिया,फोन कट जाने के बाद भाई समीर जो कही बाहर रिश्तेदारी में था, उसे कुछ ठीक नहीं लगा।
फिर उसने 10 मिनट के बाद शारिक को फोन किया तो शारिक ने फोन नही उठाया तभी समीर भी फोन रखकर सो गया,तभी देर रात जेबा के पति शारीक और उसके परिजन लोनी से सीलमपुर जग प्रवेश चंद्र हॉपिटल लाये और रात में जेबा के परिजनों को कोई खबर नहीं दी,सुबह करीब सात बजे जेबा की बहन के पास फोन आया शारिक के भाई तहसीन का उसने कहा जेबा जीने से गिरकर उसकी मौत हो गई है,ससुराल वाले जेबा को छोड़ हॉस्पिटल से भाग खड़े हुए।
जेबा हत्याकांड को लेकर उसके आरोपी अभी तक खुले घूम रहे है,वही जेबा के परिजनों ने देर रात जनाजे को रोड पर रखकर इंसाफ की मांग की है लेकिन अभी तक किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नही हुई है।