कुत्तों का खून निकालकर ऊंची कीमतों में बेचते है सौदागर,मुकदमा दर्ज
बरेली– दिल दहला देने वाला मामला प्रकाश में आया है, जहां सड़कों पर घूमने वालों कुत्तों को पहले पकड़ा जाता है और फिर उनकी नसों से खून को खिंचा जाता है और फिर उसको ऊंची कीमतों में बेचा जाता है,मेनका गांधी के हस्तक्षेप के बाद जानवरों के खून के सौदागरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है,पीपल फॉर एनिमल्स (पीएफए) के सदस्यों के मुताबिक कई दिनों से ऐसे गिरोह के बारे में सूचना मिल रही थी जो सड़क पर घूमने वाले कुत्तों का खून निकाल रहा है,गिरोह खून को मोटे दाम बेच रहा है।
सड़क पर घूमने वाले कुत्तों का खून निकालकर मोटे दाम पर बेचने वाले गिरोह के सदस्य के खिलाफ कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है,इससे पहले कोतवाली में दोनों पक्ष जुटे और आरोप प्रत्यारोप का दौर चला,पीपल फॉर एनिमल्स (पीएफए) के धीरज पाठक ने बताया कि कई दिनों से ऐसे गिरोह के बारे में सूचना मिल रही थी जो सड़क पर घूमने वाले कुत्तों का खून निकाल रहा है और मोटे दाम पर उसे बेच रहा है,कई लोगों ने पशु प्रेमियों को बताया कि कोतवाली के आलमगीरीगंज घी मंडी निवासी वैभव शर्मा और उसके साथी यह काम कर रहे हैं।
इसके बाद कोतवाली पहुंचकर इस पूरे मामले की शिकायत की गई, इससे पहले सांसद मेनका गांधी ने पुलिस अधिकारियों को कॉल करके शिकायत की थी,कोतवाली में दोनों पक्षों के साथ ही नगर निगम की कुत्ता पकड़ने वाली टीम बुलाई गई,यहां तीखी बहस के बाद भी नतीजा नहीं निकला तो वैभव के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई,पीएफए सदस्यों ने आरोप लगाया कि वैभव शर्मा नगर निगम में कुत्तों की नसबंदी करने वाली एक संस्था के साथ काम कर चुका है।
इसलिए वैभव आसानी से सड़क पर घूमने वाले कुत्तों को पकड़ लेता है,रसूखदारों को जब उनके कुत्ते के लिए खून जरूरत पड़ती है,तो वह वैभव से संपर्क करते है,इसके काम के लिए वैभव पांच से दस हजार रुपये लेता है।