कॉलेज के अध्यापक पर लगा छात्रा से दुष्कर्म का आरोप,गर्भवती छात्रा ने की आत्महत्या

रुद्रपुर– अशासकीय जनता इंटर कालेज रुद्रपुर के अध्यापक पर कॉलेज की ही 12वीं की नाबालिग छात्रा को प्रेमजाल में फंसाकर उससे दुष्कर्म करने का आरोप है, छात्रा गर्भवती हुई तो उसने लोकलाज व लोगों के सवालों से परेशान होकर आत्महत्या कर ली,गुरुजी ने मामला दबा दिया और बेखौफ होकर गुरु बनकर कॉलेज में डटा हुआ है,वही दूसरी तरफ मृतक छात्रा की सहेलियों ने उक्त मामले में प्रधानमंत्री,मुख्यमंत्री,डीजीपी के साथ ही मुख्य शिक्षा अधिकारी को शिकायती पत्र लिखकर मामले की जानकारी दी।
लेकिन इस मामले की जानकारी होने के बावजूद इतने संगीन मामले में कार्रवाई नहीं की गई,अभी भी मामले की जांच चल रही है,संदिग्ध आत्महत्या का मामला अभी भी इंटर कालेज प्रबंधन व सीईओ कार्यालय के बीच झूल रहा है,मुख्यमंत्री व डीजीपी स्तर के निर्देश के वाबजूद मामले में आजतक एफआईआर तक दर्ज नहीं हुई है,इस प्रकरण का आरोपी अध्यापक कॉलेज में अर्थशास्त्र का प्रवक्ता अर्जुन सिंह है,जिस अध्यापक के खिलाफ 6 जून 2025 को मुख्य शिक्षा अधिकारी ने जनता इंटर कालेज के प्रधानाचार्य और प्रबंधक को पत्र भेजा गया था।
इस पर विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्य रमेश कालरा की अध्यक्षता में वरिष्ठ प्रवक्ताओं की जांच समिति का गठन किया गया,इस समिति ने कालेज के शिक्षक-शिक्षिकाओं व कई छात्र-छात्राओं से पूछताछ की,जांच समिति ने पास आउट छात्र-छात्राओं से भी फोन से जानकारी हासिल की, जांच समिति ने आरोपित शिक्षक पर छात्रा के साथ शारीरिक संबंध बनाने की रिपोर्ट पेश की है,इसमें अर्थशास्त्र के प्रवक्ता अर्जुन सिंह को आरोपित बनाया गया है,दो पेज की इस जांच रिपोर्ट के साथ आठ छात्राओं के प्रधानाचार्य को संबोधित पत्र सीईओ को भेजे गए।
वह पत्र 26 जुलाई को प्रबंधक पवन अग्रवाल के हस्ताक्षरों से भेजा गया है, गौरतलब है कि बीते 22 मई 2025 को जनता इंटर कालेज की 12वीं की एक छात्रा ने आत्महत्या कर ली थी,आत्महत्या का कारण स्कूल के एक अध्यापक के साथ प्रेम संबंध है,चूंकि, छात्रा कम उम्र में ही गर्भवती हो गई और समय अधिक होने के कारण गर्भपात नहीं करवा पायी,मामला स्कूल परिसर से बाहर चर्चा का विषय बनने के बाद उसने अपनी जान देकर लोगों से सवालों से छुटकारा पाया।
इस घटना के बाद कुछ छात्राओं ने हिम्मत दिखाई और प्रधानमंत्री,मुख्यमंत्री व डीजीपी सहित मुख्य शिक्षा अधिकारी के.एस.रावत को पत्र भेजकर घटना की जानकारी दी,शिकायती पत्र में अर्थशास्त्र के प्रवक्ता अर्जुन सिंह व एक अंशकालिक शिक्षक पर आरोप लगाये गए।




