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26 साल से मुआवज़े की राह देख रहे कर्मचारी,सांसद को सौंपा ज्ञापन

बरेली- आज सिंथेटिक एंड केमिकल फैक्ट्री के प्रभावित कर्मचारियों ने अपने लंबित मुआवज़े और राहत राशि की मांग को लेकर सांसद छत्रपाल गंगवार को ज्ञापन सौंपा, फैक्ट्री बंद हुए पूरे 26 वर्ष हो चुके हैं,लेकिन कर्मचारियों को अब तक न तो भूमि अधिग्रहण का मुआवज़ा मिला है और न ही किसी प्रकार की अंतरिम राहत मिली है,एस.एंड.सी. कर्मचारी यूनियन बरेली की ओर से दिए गये संकलन पत्र में बताया गया है कि फैक्ट्री बंद होने से सैकड़ों परिवारों की आर्थिक स्थिति बेहद दयनीय हो गई है।

अधिकांश कर्मचारी अब वृद्ध हो चुके हैं, और उनके परिजन वर्षों से न्याय की प्रतीक्षा कर रहे हैं,यूनियन ने मांग की है कि संबंधित विभागों को तत्काल निर्देश दिए जाएं,ताकि प्रभावित परिवारों को शीघ्र मुआवज़ा राशि उपलब्ध कराई जा सके,यूनियन ने बताया कि इस विषय पर अब तक कई बार बैठकें हो चुकी हैं,लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया,फैक्ट्री के बंद होने के बाद जिन कर्मचारियों की भूमि अधिग्रहित हुई थी,उन्हें आज तक उसका भुगतान नहीं मिला।

ज्ञापन प्राप्त करने के बाद सांसद छत्रपाल गंगवार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर कर्मचारियों की समस्या से अवगत कराया है,सांसद ने कहा है कि यह मामला सिर्फ आर्थिक नहीं बल्कि सामाजिक न्याय से जुड़ा है,उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि प्रभावित कर्मचारियों को शीघ्र राहत राशि और मुआवज़ा प्रदान किया जाए,फैक्ट्री के कुछ पूर्व कर्मचारियों ने बताया कि उन्होंने अपनी पूरी जवानी फैक्ट्री में लगा दी,लेकिन आज बुढ़ापे में भी उन्हें हक नहीं मिला,उन्होंने कहा कि 26 साल का यह लंबा इंतज़ार अब खत्म होना चाहिए।

बरेली की यह फैक्ट्री कभी रोजगार का बड़ा केंद्र हुआ करती थी,फैक्ट्री बंद होने के बाद सैकड़ों परिवार बेरोज़गार हो गए और कई लोग आर्थिक संकट में डूब गए,अब जबकि मामला दोबारा सरकार के संज्ञान में आया है,तो कर्मचारियों को एक बार फिर उम्मीद जगी है,कि शायद इस बार उन्हें उनका हक मिल सकेगा।

 

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