प्राचीन मंदिर पर तोड़ फोड़ की सूचना पर करणी सेना व आजाद हिन्दू सेना ने जताया रोष
बरेली- शहर कोतवाली क्षेत्र में एक व्यक्ति ने दूसरे समुदाय के व्यक्ति को अपना मकान बेच दिया,जब वहां के लोगों को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। जब इसका पता हिंदू संगठनों को लगा तो वह भी मौके पर पहुंच गये,उन्होंने मकान बेचे जाने का विरोध जताया। कुछ देर बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई,जिसके बाद दोनों पक्ष कोतवाली पहुंचे।
मोहल्ला सौदाग्रान शहर कोतवाली की बिहारीपुर चौकी क्षेत्र के अंतर्गत आला हज़रत दरगाह वाली गली में स्थित प्राचीन लक्ष्मी नारायण मंदिर लगभग 450 साल पुराना है जोकि विवादित होने के कारण बंद की स्थिति में था उसमें आज तोड़ फोड़ होने का पता चलते ही आसपास के क्षेत्रवासी मौके पर पहुंचे और विरोध शुरू कर दिया,पुलिस को सूचना मिलते ही क्षेत्राधिकारी प्रथम श्वेता सिंह, कोतवाल हिमांशु निगम,बिहारीपुर चौकी इंचार्ज जितेंद्र कुमार मौके पर पहुंचे।
तब क्षेत्र वासियों ने बताया कि इस जमीन व मंदिर का कोर्ट में मुकदमा विचाराधीन होने के बाद भी तोड़ने की प्रक्रिया चल रही थी जबकि मंदिर का मेन गेट बंद था पिछले गेट से घुसकर लेवर काम कर रही थी,क्षेत्रीय लोगों का आरोप है कि संदीप शर्मा जोकि इस जमीन और मंदिर के केयर टेकर हैं उन्होंने इसको जमाल नाम के व्यक्ति को बेच दिया, जबकि वो इस प्रॉपर्टी के वारिस ही नहीं हैं,जब वहां पर मजदूरों ने तोड़ फोड़ शुरू की तब लोग इकठ्ठा हुए।
इस बात की सूचना करणी सेना व आजाद हिन्दू सेना को लगी तब वह भी मौके पर पहुंच गए और विरोध प्रकट किया,वही करणी सेना के जिलाध्यक्ष ठाकुर राहुल सिंह ने मौलाना तौकीर रजा खां पर सीधे-सीधे आरोप लगाते हुए उनको इसका जिम्मेदार ठहराया और कहा कि हमें वो छेड़े नहीं वर्ना हम छोड़ेंगे नहीं।
उनके साथ पहुंचे आज़ाद हिन्दू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित राठौर आजाद ने कहा कि ये मंदिर हमारी प्राचीन परंपरा का प्रतीक है इस पर चोट परंपरा पर चोट है जिसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जायेगा,जो जिस भाषा में समझेगा उसको उसकी भाषा में ही जबाब दिया जायेगा,फिलहाल इस मामले को लेकर कोतवाली में दोनों पक्ष मौजूद हैं उसके साथ ही वहां पर हिंदू संगठन के भी लोग मौजूद हैं और कार्यवाही जारी है।