चुम्मन बी के इमामबाड़े पर सलामी कर निकला जुलूस-ए-हुसैनी
बरेली- सुभाषनगर क्षेत्र के पुरवा बब्बन खाँ से बाद नमाज़े जोहर जुलूसे हुसैनी अपने रीतिरिवाजों के मुताबिक़ चुम्मन बी के इमामबाड़े पर सलामी पेश करने के बाद कददीमी रास्तो से होता हुआ बरेली जंक्शन स्थित मुस्तफानगर पहुँचा,रास्तेभर लोगों ने जुलूस का स्वागत किया और लंगर किया,हिन्दू भाईयो ने भी लंगर किया जिसमें बड़ी तादात में महिलाएं भी शामिल रही,नायब सदर आमिर खान ने बताया कि इमामबाड़े के मुताव्वली आसिफ खान है,उनकी सदारत में पांच मोहर्रम को सजाया गया।
चुम्मन बी का पुश्तैनी इमामबाड़ा, इमामबाड़े के सदस्य शाहबाज़ खान रोज़ अली ने बताया कि चुम्मन बी का इमामबाड़ा 165 साल पुराना हैं,चुम्मन बी के पुश्तेनी इमामबाड़े में अकीदतमंदों ने मन्नतो के अलम पेश किये,आज सुभाषनगर स्थित पुरवा बब्बन खाँ में 165 साल का पुश्तेनी इमामबाड़े में बड़ी तादात में अकीदतमंदों ने ज़िक्रे हुसैन की महफ़िल सजाई और शहीदाने कर्बला को याद किया गया,सभी हज़रीने महफ़िल को शर्बत का लंगर तस्कीम किया गया।
जुलूस में खासतौर से वामिख खान कामिल खान,अब्बास बेग,आदिल बेग,निहाल खान,नसीम खान,शरिफ,सैफ उल्लाह खान,अकील अहमद छोटू के अलावा हाजी नौशाद अली खान, मेहनाज़,फरज़ाना रहुफ़ खान,इसराफिल खान राशमी,शाहबाज़ खान,वामिख खान,सैफ उल्लाह खां,आतिफ खान,अरसालान,नसीम उल्लाह खां एड,सलीम अहमद,राशिद अहमद आदि बड़ी तादात में अकीदतमंद शामिल रहे।
बरेली हज सेवा समिति के पम्मी खान वारसी ने इस मौके पर कहा कि कर्बला की जंग हक़ की हिफाज़त के लिये हुई और सारी दुनिया को इमाम आलीमुकाम ने अमन का पैगाम दिया,आज तख़्त अलम और ताज़िये के जुलूस में अकील अहमद का तख्त,अफ़रोज़,शरिफ अहमद,शफीक खां, साबिर,लाईक खां,अकील खान आदि रहे।